जीवन यात्रा: जीवन के वास्तविक पड़ाव का मूल्यांकन
सार
जीवन यात्रा, जीवन यात्रा के सोपान अथवा जीवन चलने का नाम जैसे शीर्षकों से जुड़े अनेक शोध-प्रबन्ध एवं शोध-पत्र सामने आ रहे हैं। इनमें अधिकांशतः जीवन की भौतिक समस्याओं के आंकलन-विवेचन के साथ-साथ जीवन में उस असीम सत्ता की उपस्थिति भी स्वीकार कर ली जाती है जिसे सर्वव्यापक व सर्वशक्तिमान परमेश्वर की संज्ञा दी जाती है। विचारणीय विषय यह है कि क्या जीवन यात्रा के पड़ावों को परखने की कोई अलग विधि भी है या फिर सामान्य ढर्रे पर चलने वाली शैली का पालन करते हुए ही हमारे कार्य में पूर्णता आ सकती है।
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प्रकाशित
2025-06-14
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डाॅ0 श्रुति सुधा आर्या. (2025). जीवन यात्रा: जीवन के वास्तविक पड़ाव का मूल्यांकन. Journal of the Oriental Institute, ISSN:0030-5324 UGC CARE Group 1, 73(4), 1390–1394. Retrieved from https://www.journaloi.com/index.php/JOI/article/view/815
अंक
खंड
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